Wednesday, July 27, 2011

""रात इतनी ख़ामोशी से आएगी यह सोचा न था...
पर न जाने यह अपने साथ वो कौन सी खुशबू लाई थी...
की जिसे सूंघा तो इस मन में इतना शोर हुआ...
की सारी रात इस शोर को मैं शांत करता रहा ...
रात खामोश ही रही... बस में मचलता रहा...!!!""

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