Thursday, November 6, 2014

एक पोटली

""जाने का दिन है आज,एक पोटली लेकर जा रहा हूँ...
यादों की पोटली,
दोस्तों की पोटली,
वो पल जब सब थे, हम थे,
ज़िंदगी ने कई दिन दिखाए हैं,
दोस्तों के संग कई रंग दिखाये हैं,
इन रंगों को अपनी पोटली में ठूस के,
जाने का दिन है आज, ये पोटली लेकर जा रहा हूँ...
खुशियों के मौसम देखे हैं मैंने यहाँ,
गमों की धूप में, सुकून की छाप देखि है मैंने यहाँ,
कुछ पल मस्ती के, कुछ पल सुस्ती के देखे हैं मैंने यहाँ,
इन पलों को लेके जा रहा हूँ आज,
जाने का दिन है आज, ये पोटली लेकर जा रहा हूँ....
एक प्यार मिला था मुझे यहाँ,
कितना साफ दिल मिला था मुझे यहाँ,
आज बिछड़ना पड़ेगा, लेकिन,
इस दिल में तेरे प्यार को लेकर जा रहा हूँ,
जाने का दिन है आज, ये पोटली लेकर जा रहा हूँ....
कितने सारे लोग थे वहाँ,
कितने अच्छे, कितने सच्चे,
इस सच्चाई को लेकर जा रहा हूँ आज,
इन पलों को, इन दिनों को, इन लम्हों को लेकर जा रहा हूँ आज,
जाने का दिन है आज, एक पोटली लेकर जा रहा हूँ आज....!!!!

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